
फरीदाबाद
हरियाणा में दिल्ली आखला बैराज से 27 हजार क्यूसिक पानी यमुना में छोड़ा गया है। जिसके बाद फरीदाबाद में यमुना में जल स्तर बढ़ने की संभावनाएं बढ़ गई है। प्रशासन ने यमुना के किनारे बसे गांव में अलर्ट जारी कर दिया है।
दिल्ली ओखला बैराज से अभी तक का सबसे ज्यादा 27 हजार क्यूसिक पानी सोमवार को छोड़ दिया गया है। इससे पहले इससे पहले 22 हजार व18 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया था। संभावना जताई जा रही है कि इस पानी के छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर और भी बढ़ने वाला है। जिसको लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
खतरे के निशान से नीचे पानी
यमुना में अभी जलस्तर काफी खतरे के निशान से ऊपर नही गया है। लेकिन यमुना में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन के द्वारा सभी गांव के सरपंच को जानकारी दी जा चुकी है। इसके अलावा गांव में पुलिस मुनादी भी करा रही है। यमुना में नाव से आवागम करने पर रोक लगाई हुई है। इसके साथ पशुओं को चराने वाले और यमुना के पार खेतों में काम करने वालों को पानी में जाने से रोका गया है।
इन गांवों को होता है नुकसान
फरीदाबाद क्षेत्र में यमुना करीब 30 किलोमीटर के हिस्से से होकर गुजरती है। यमुना के किनारे बसंतपुर, इस्माइलपुर, ददसिया, किड़ावली, दलेलपुर, लालपुर, भसकौला, महावतपुर, मौजाबाद, कांवरा कलां, चीरसी, कबूलपुर, मंझावली, घरोड़ा, घुड़ासन, चांदपुर, शाहजहांपुर, फज्जुपुर, अरुआ, साहुपुरा, मोठूका, छांयसा, और मोहना गांव बसे हुए है। यमुना नदी में जब भी पानी बढ़ता है इन गांव की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। इसके अलावा कई गांव में पानी भी घुस जाता है।
SDM बोले नजर रखी जा रही
बल्लभगढ़ एसडीएम मयंक भारद्वाज ने बताया कि अभी तक किसी भी गांव में कोई पानी नही भरा है। लेकिन प्रशासन ने सभी इंतजाम किए हुए है। यमुना में पानी का स्तर अभी भी काफी है और सोमवार को ओखला बैराज से भी पानी छोड़ा गया है इसलिए सरपंच और पंचायत सचिवों को पानी के स्तर पर ध्यान रखने के लिए कहा गया है।