
मुंबई
प्राइवेट सेक्टर के बैंक एटीएम से लेकर क्रेडिट कार्ड के नियम में बदलाव करने वाले हैं, जो 1 जुलाई से लागू होगा. ICICI बैंक ने कुछ लेन-देन के लिए अपने सेवा शुल्क में संशोधन किया है. वहीं HDFC बैंक ने क्रेडिट कार्ड के नियम में बदलाव किया है. अगर आप भी इन दोनों बैंको के सर्विस का इस्तेमाल करते हैं तो आपको एक झटका लगने वाला है.
ATM ट्रांजेक्शन पर चार्ज
अब ICICI कस्टमर्स अगर किसी दूसरे बैंक के ATM का इस्तेमाल करते हैं, तो 3 फ्री ट्रांजेक्शन के बाद फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर 23 रुपये नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर 8.5 रुपये देने होंगे. पहले ये चार्ज 21 रुपये लगता था. मेट्रो शहरों में 3 मुफ्त ट्रांजेक्शन और छोटे शहरों में 5 मुफ्त ट्रांजेक्शन मिलेंगे.
ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए नए सेवा शुल्क की घोषणा की है, जो 1 जुलाई 2025 से लागू होंगे. इन बदलावों का असर ATM ट्रांजेक्शन, कैश डिपॉजिट और निकासी, IMPS, डेबिट कार्ड और डिमांड ड्राफ्ट जैसी सेवाओं पर पड़ेगा.
ATM से जुड़ी नई फीस
ICICI बैंक के ATM पर- हर महीने पहले 5 वित्तीय ट्रांजेक्शन मुफ्त होंगे. उसके बाद हर ट्रांजेक्शन पर 23 रुपये का शुल्क लगेगा.
गैर-वित्तीय ट्रांजेक्शन (जैसे बैलेंस चेक करना) मुफ्त होंगे.
वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा.
अन्य बैंकों के एटीएम पर शुल्क
मेट्रो शहरों में 3 लेनदेन निःशुल्क
गैर-मेट्रो शहरों में 5 लेनदेन निःशुल्क
इसके बाद वित्तीय लेनदेन पर 23 रुपये और गैर-वित्तीय लेनदेन पर 8.50 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा.
इंटरनेशनल एटीएम
नकद निकासी पर 125 रुपये
करेंसी कन्वर्जन शुल्क 3.5 फीसदी
गैर-वित्तीय लेनदेन पर 25 रुपये
IMPS लेनदेन शुल्क
1,000 रुपये तक के ट्रांसफर- 2.50 रुपये प्रति लेनदेन
1,001 रुपये से 1 लाख रुपये- 5 रुपये
1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये- 15 रुपये
नकद जमा और निकासी में बदलाव
प्रति माह 3 निःशुल्क नकद लेनदेन (शाखाओं और CRM पर)
इसके बाद, प्रत्येक लेनदेन पर 150 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा.
1 लाख रुपये से अधिक जमा पर 150 रुपये या 1,000 रुपये पर 3.50 रुपये (जो भी अधिक हो) का शुल्क लिया जाएगा.
तीसरे पक्ष की जमा सीमा प्रति लेनदेन 25,000 रुपये तक सीमित है.
नकद निकासी पर भी यही नियम लागू होंगे- 3 निःशुल्क लेनदेन, फिर 150 रुपये प्रति लेनदेन.
1 लाख रुपये से अधिक की निकासी पर मूल्य-आधारित शुल्क लगाया जाएगा.
थर्ड पार्टी निकासी की सीमा भी प्रति लेनदेन 25,000 रुपये तक है.
डेबिट कार्ड शुल्क के लिए वार्षिक शुल्क
सामान्य ग्राहकों के लिए 300 रुपये
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 150 रुपये
रिप्लेसमेंट कार्ड के लिए 300 रुपये का शुल्क लिया जाएगा.
आईसीआईसीआई बैंक के इन नए शुल्कों का असर उन ग्राहकों पर ज्यादा पड़ेगा, जो हर महीने कई बार कैश जमा, निकासी या एटीएम ट्रांजेक्शन करते हैं. ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने ट्रांजेक्शन की योजना पहले से बना लें, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके.
IMPS ट्रांजेक्शन
तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के बाहरी लेनदेन के लिए, ट्रांजेक्शन अमाउंट के आधार पर शुल्क लगाया जाता है. 1,000 रुपये तक की राशि के लिए, शुल्क 2.50 रुपये प्रति लेनदेन है. 1,000 रुपये से अधिक और 1,00,000 रुपये तक के लेनदेन के लिए, 5 रुपये का शुल्क लागू है. 1,00,000 रुपये से अधिक और 5,00,000 रुपये तक के लेनदेन के लिए, शुल्क 15 रुपये प्रति लेनदेन है.
कैश निकालने पर चार्ज
ग्राहकों को हर माह तीन मुफ्त निकासी की सुविधा मिलती है. इससे अधिक पर प्रति लेनदेन 150 रुपये का शुल्क लगेगा. हर महीने 1 लाख रुपये से अधिक की निकासी पर प्रति 1,000 रुपये पर 3.5 रुपये या 150 रुपये, जो भी अधिक हो लगेगा.
डेबिट कार्ड पर चार्ज
नियमित डेबिट कार्ड के लिए सालाना चार्ज 300 रुपये तय किया गया है. ग्रामीण स्थानों के ग्राहकों के लिए सालाना चार्ज 150 रुपये है. कार्ड खोने या क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में, बदलने पर कार्ड शुल्क 300 रुपये प्रति कार्ड होगा.
ICICI बैंक ने डिमांड ड्रॉफ्ट पर बढ़ाया चार्ज
अगर आप आईसीआईसीआई बैंक के कस्टमर हैं तो आपको कैश डिपॉजिट, चेक डिपॉजिट, डिमांड ड्राफ्ट और पे ऑर्डर जैसी सर्विस पर अब हर 1000 रुपये पर 2 रुपये का चार्ज लगेगा. हालांकि, प्रति लेनदेन न्यूनतम शुल्क 50 रुपये और अधिकतम सीमा 15,000 रुपये है.
HDFC बैंक क्या कर रहा बदलाव
अगर आप HDFC बैंक क्रेडिट कार्ड से ड्रीम11, MPL जैसे गेमिंग ऐप्स पर हर महीने 10 हजार रुपये से ज्यादा खर्च करते हैं, तो अब आपको 1 फीसदी का एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा. यह चार्ज महीने में 4,999 रुपये तक ही सीमित रहेगा. साथ ही इन ट्रांजेक्शन पर कोई भी रिपॉर्ड पॉइंट नहीं दिया जाएगा. थर्ड पार्टी वॉलेट्स (जैसे पेटीएम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज, ओला मनी) में भी अगर आप एक महीने में 10,000 रुपये से ज्यादा डिपॉजिट करते हैं तो उसपर भी 1% का चार्ज लगेगा और इसमें भी शुल्क सीमा 4,999 रुपये महीने तक होगी.
किराया पेमेंट पर लगेगा चार्ज
अगर आप किराया पेमेंट करते हैं तो सभी किराये के भुगतान लेनदेन पर 1% का शुल्क लगाया जाएगा. यह शुल्क लेनदेन की गई कुल राशि पर लगाया जाएगा और इसकी अधिकतम सीमा 4,999 रुपये प्रति माह होगी. यानी इससे ज्यादा होने पर 1 फीसदी का चार्ज देना होगा. Fuel के लिए 15,000 रुपये से ज्यादा के लेनदेन पर 1% चार्ज लगेगा. वहीं 50 हजार रुपये से ज्यादा यूटिलिटी बिल पेमेंट करते हैं तो भी 1 फीसदी का चार्ज लगेगा.