
थराली/नारायणबगड़
शुक्रवार जनपद चमोली के थराली और नारायणबगड़ विकासखंड में अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने के बाद भारी नुकसान हुआ है। थराली के सगवाड़, टुंडरी और नारायणबगड़ के जूडा गांव में बादल फटने के बाद गदेरों में आया बरसाती मलबा घरों और आवासीय दुकानों में जा घुसा। जिससे पूरी रात क्षेत्रवासियों ने दहशत में गुजारी।
यही नहीं बरसाती गदेरे का रूख ब्लाक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, राडीबगड़ तहसील और एसडीएम आवास होने से मलबा आबादी क्षेत्र में कहर बन कर आया।
चार घंटे बरसे बादल और फिर…
दरअसल थराली और नारायणबगड़ क्षेत्र में शुक्रवार शाम 6 बजे से बादल बरसने शुरू हुए जो चार घंटे तक जमकर बरसे, लेकिन एकाएक रात 11 बजे जैसे ही आसमानी बिजली चमकना शुरू हुई तो क्षेत्रवासी सहम गए और एक दूसरे को मोबाइल के माध्यम से सचेत और सुध लेते रहे।
स्थानीय निवासी रमेश चंद्र कहते हैं एकाएक आसमानी बिजली की तेज आवाज गुंजी तो सगवाड़ और टुूंडरी गदेरे मेंं पानी का उफान बढ़ा, जिससे चारों ओर लोगों के चिल्लाने की आवाजें आने लगी। इंटरनेट मीडिया पर लोगों ने नुकसान और बादल फटने की जानकारी साझा की।
देखते-देखते अलग-अलग स्थानों पर बरसाती बदेरे के साथ मलबा कहर बन कर पहुंच गया और अंधेरे में लोग मदद के लिए चीखते रहे। थराली के ब्लाक मुख्यालय, टुंडरी गदेरे चेपडो, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिवाई गदेरे राडीबगड़ के तीन किमी क्षेत्र में रात 11 बजे से दो बजे के बीच भारी बारिश के बाद थराली से चेपडो के क्षेत्र में पूरा भूगोल ही बदल गया।
जगह-जगह लगे मलबे के ढेर और दुकानों और आवासीय भवनों में घुसे मलबे के बीच लोगों के दबने की खबरें आने लगी। मदद के लिए लोगों ने प्रशासन और पुलिस को फोन किया। अतिवृष्टि के चलते मलबा तहसील सहित एसडीएम आवास में घुस गया था। बावजूद इसके एसडीएम थराली पंकज भट्ट ने आपदा में फंसे लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन और एसडीआरएफ, पुलिस को तत्काल मदद की सूचना भेजी और स्वयं भी मौके पर पहुंचे।
थराली
थराली के राडीबगड़- थराली डूंगरी मोटर मार्ग पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास, चेपड़ो बाजार में कई मकान दुकान वाहन मलबे की चपेट में आए। गनीमत रही कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। चेपड़ो में एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है।
सगबाड़ा में प्रधान नरेंद्र सिंह के घर में भी भारी मलबा आने उनकी 20 वर्षीय पुत्री कविता दब गई और उसकी मौत हो गई। चेपड़ो के गंगा दत्त जोशी भी मलबे की चपेट में आने से लापता हो गए हैं। चेपड़ो में लक्ष्मी जोशी, महावीर शाह , महिपाल सिंह , दर्शन सिंह शाह, गंगा सिंह शाह, प्रदीप बुटोला, महिपाल शाह, विकास जोशी , हर्षवर्धन बुटोला , देवेंद्र सिंह शाह वस्वानन्द जोशी , हरेंद्र सिंह शाह , नरेंद्र सिंह शाह, जोशी टी स्टाल, आदि दुकानें पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गयी है।
बारिश बाद आए मलबे से चेपडों-से विजयपुर को जोड़ने वाला पिंडर नदी पर बना पुल भी मलबे से भर गया, जिससे आवाजाही प्रभावित रही। जबकि पिंडर नदी का जलस्तर बढ़ने ने नदी तट से लगे भवनों को पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सूचना पहले ही दे दी थी।
नारायणबगड़
नारायणबगड़ विकासखंड के जूड़ा गांव में ग्रामीणों की शुक्रवार रात दहशत में गुजरी। यहां हुई भारी बारिश और बादल फटने की घटना ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी। अचानक हुई इस आपदा में तीन आवासीय मकानों को गंभीर क्षति पहुंची, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। वहीं, संपर्क मार्ग, पेयजल लाइन और विद्युत लाइन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण शिशुपाल सिंह, नवीन चंद्र डिमरी और गुड़ु गौड़ ने बताया कि शुक्रवार देर रात बादल फटने से नरेश डयूंडी के मकान का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही भारी मलबा रविदत्त मलेठा और हंसराम डुंयूडी के मकानों से टकराते हुए त्रिलोक सिंह के मकान के ऊपर जा पहुंचा।
सौभाग्य से इन मकानों में उस समय कोई नहीं रह रहा था, अन्यथा यह हादसा बड़ी त्रासदी का रूप ले सकता था। ग्रामीणों ने बताया कि इस घटना से पूरा गांव दहशत में रहा और लोग पूरी रात घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे और रात खुलने का इंतजार करते रहे।
थराली ओर नारायणबगड़ में बादल फटने के बाद बिजली सप्लाई गुल होने से समस्या विकट बनी रही विद्युत लाइनों के क्षतिग्रस्त होने से गांव में अंधेरा छा गया। थराली में सुबह बिजली आपूर्ति कुछ क्षेत्रों में बहाल हो ग,ई लेकिन पेयजल योजनाओं के टूट जाने से जलसंकट गहरा गया है।