
हिसार
हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम अनिल विज ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि राहुल गांधी की बिहार यात्रा से यह अर्थ निकलता है कि विपक्ष को सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास नहीं है। मतदाताओं के नाम कटने के संबंध में मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट ने इस बारे में एक अंतरिम आदेश भी दिया है इसलिए विपक्ष को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जो भी देशप्रेम की बात करेगा और देश के लिए काम करेगा, वह कांग्रेस को विलेन नजर आता है। विज मीडिया कर्मियों द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बिहार यात्रा के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने परामर्श रूप में कहा कि विपक्ष की यात्रा से कोर्ट अपने फैसले बदल नहीं सकता।
विभाजन के लिए माउंटबेटन, जिन्ना और कांग्रेस जिम्मेदार
एनसीईआरटी के मॉडयूल में जिन्ना, माउंटबेटन और कांग्रेस को देश के विभाजन का जिम्मेदार ठहराया गया है, के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि यह बिल्कुल ठीक है। विभाजन के लिए माउंटबेटन, जिन्ना और कांग्रेस भी जिम्मेदार है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अपने आपको धर्मनिरपेक्ष बताती है, जबकि उसी कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा करवाया और विभाजन के कारण 10 लाख लोग मरे एवं करोड़ों लोग विस्थापित हुए। उन्होंने कहा कि विभाजन के दस्तावेज पर कांग्रेस पार्टी के लोगों, जिन्ना और माउंटबेटन के हस्ताक्षर भी हैं इसलिए जिम्मेदार वही लोग व संस्थाएं हैं, जिनके हस्ताक्षर हैं।
आरएसएस विश्व की सबसे बड़ी संस्था
विज ने कहा कि आरएसएस का जिक्र क्यों नहीं किया जाना चाहिए। आज आरएसएस विश्व की सबसे बड़ी संस्था है, यह संस्था देशभक्त है। इसलिए लाल किले की प्राचीर से आरएसएस का जिक्र क्यों न किया जाए। प्रधानमंत्री ने देशवासियों को आरएसएस के बारे में बताया है क्योंकि यह संस्था सबसे ज्यादा देश के लिए काम कर रही है। लेकिन विपक्ष को हार की पीड़ा है और विपक्ष हार की वजह से करहा रहा है और इस प्रकार के मुद्दों को उठा रहा है।