
इंदौर
इंदौर पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में जेवर और शराब जब्त की है। गुजरात से सोने के जेवर लेकर भागे आरोपी को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। वहीं दूसरे मामले में कनाड़िया पुलिस ने शराब लेकर गुजरात जा रहे सीमेंट के बल्कर को पकड़ा। जिसमें से 811 पेटी अंग्रेजी शराब मिली है।
पुलिस के मुताबिक अहमदाबाद (गुजरात) के ज्वेलर के 4 करोड़ 79 लाख रुपये के जेवर लेकर भागा चालक मसरू राबरी सीट के नीचे ही जेवर रखता था। उसने शराब तस्कर के जरिये आभूषण बेचने की कोशिश की, लेकिन हालमार्क देख कर दुकानदारों ने हाथ खींच लिए। डीसीपी (अपराध) राजेश कुमार त्रिपाठी के मुताबिक अंकित गोल्ड (अहमदाबाद) के संचालक धर्मेंद्रभाई की शिकायत पर मसरू राबरी के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। धर्मेंद्र कई राज्यों में आभूषणों की सप्लाई करता है। उसने 8 जुलाई को कर्मचारी सौरभ पांचाल को 4 किलो 800 ग्राम आभूषण लेकर इंदौर भेजा था, लेकिन चालक मसरू कार लेकर फरार हो गया।
शुक्रवार को अपराध शाखा ने मसरू को शराब तस्कर प्रेमपाल देवड़ा जालौर (राजस्थान) के साथ पकड़ लिया। कार की तलाशी लेने पर चालक की सीट के नीचे जेवर मिल गए। मूलत: बनासकांठा (गुजरात) निवासी मसरू अपराधियों से जुड़ा है। उसने बिचौलियों के माध्यम से जेवर बेचने की कोशिश की, लेकिन सुनारों ने हालमार्क देख उन्हें लेने से इन्कार कर दिया। इसके बाद बिचौलियों ने धर्मेंद्रभाई से संपर्क कर तोड़बट्टा करने की कोशिश की। धर्मेंद्र ने अपराध शाखा को संदेहियों के मोबाइल नंबर दिए और टीम ने लोकेशन निकालकर आरोपित मसरू और प्रेमपाल को पकड़ लिया।
देहरादून से गुजरात भेजी जा रही लाखों की शराब पकड़ी
कनाड़िया पुलिस ने लाखों की अवैध शराब से भरा ट्रक पकड़ा। पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार किया, लेकिन माफिया का पता नहीं चल पाया। शराब सीमेंट के ट्रक (बल्कर) में भरी गई थी। शराब की बोतलों से बैच नंबर कुरेद कर मिटा दिए गए हैं। एडिशनल डीसीपी (अपराध) अमरेंद्रसिंह के मुताबिक ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचएच 6381 को कनाड़िया ब्रिज के समीप से पकड़ा। ट्रक में चालक प्रेमराम पुत्र नारायण राम जाट निवासी सरणुपुंजी बाड़मेर (राजस्थान) बैठा था। चालक ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और बताया कि सीमेंट ले जा रहा है।
पुलिस ने मजदूर लगाकर ट्रक खाली करवाया तो अंग्रेजी शराब की 811 पेटियां निकलीं। चालक ने बताया कि उसने ट्रक देहरादून में सुपुर्दी में लिया था। ट्रक मालिक ने उससे कहा था कि झाबुआ-आलीराजपुर के रास्ते वडोदरा (गुजरात) जाना है। इसके बाद दूसरा ड्राइवर ट्रक ले लेगा।
इसके बदले चालक को 60 हजार रुपये मिलते हैं। वह पूर्व में भी कई बार शराब से भरे ट्रक पहुंचा चुका है। एएसआई मुनेंद्रसिंह कुशवाह के मुताबिक शराब की बोतलों की जांच में पता चला कि आरोपितों ने बैच नंबर कुरेद कर मिटा दिए हैं। इससे डिस्टिलरी और ठेकेदार की जानकारी नहीं मिल सकेगी।