
लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्सप्रेसवे पर हर 100 किमी की दूरी पर फायर टेंडर युक्त एक छोटी फायर चौकी बनाने के निर्देश दिए हैं। आग लगने पर इससे गोल्डन ऑवर में राहत दी जा सकेगी। इसके साथ ही अग्निकांड को रोकने और हादसा होने पर त्वरित राहत देने के लिए फायर महकमे में 1022 पद (98 राजपत्रित और 922 अराजपत्रित) बढ़ाए जाएंगे। राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में भी पद बढ़ाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश अग्निशमन तथा आपात सेवा विभाग में पदों के सृजन व अभियोजन संवर्गीय अधिकारियों के कैडर रिव्यू के संबंध में बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हर मंडल में विशेष यूनिट गठित की जाए। केमिकल, बायोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल हादसा होने पर विशेष यूनिट सहायक साबित होगी। बहुमंजिला इमारतों में हादसा होने पर भी इस यूनिट की मदद ली जा सकेगी। फायर सर्विस को केवल आग बुझाने तक सीमित न रखकर इसे आपदा प्रबंधन, रेस्क्यू ऑपरेशन और आपात सेवाओं में काम करने के लिए भी विकसित किया जाए।
उन्होंने कहा कि फायर महकमे को अति आधुनिक उपकरणों और ट्रेनिंग के जरिए मजबूत किया जाए। बैठक में कुछ बड़े हादसों का भी जिक्र हुआ। अफसरों को समय-समय पर बड़े प्रतिष्ठानों, मॉल व मल्टीप्लेक्स के साथ बहुमंजिला अपार्टमेंट का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने विभाग की प्रशासनिक क्षमता और वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने के लिए हर जिले में लेखा कैडर स्थापित करने के भी निर्देश दिए। विभाग की नई ऑपरेशनल इकाइयों के रूप में कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट पर अग्निशमन सेवाओं की यूनिट तैनात की जा चुकी है।
अग्निशमन विभाग में बढ़ेंगे 1022 पद
मुख्यमंत्री योगी ने विभागीय कैडर रिव्यू की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए कहा कि नए पद भी सृजित होने चाहिए। राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में अतिरिक्त पद सृजित कर प्रशिक्षण एवं अनुसंधान की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने को भी कहा। इस निर्देश के साथ ही विभाग में राजपत्रित और अराजपत्रित स्तर के नए 1022 पदों के सृजित होने का रास्ता भी साफ हो गया।