
भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि रक्षाबंधन पर बहनों को शगुन के रूप में 1500 रुपए की राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली के बाद से लाडली बहना योजना की राशि को स्थायी रूप से 1500 रुपए प्रति माह कर दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों को सम्मान, आत्मनिर्भरता और आर्थिक सहयोग देने के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना का लाभ राज्य की 1.31 करोड़ से ज्यादा लाडली बहनों को मिलेगा.
कब आएगी 27वीं किस्त
लाडली बहना योजना के तहत पहले लाभार्थियों को 1,250 रुपए दिए जा रहे थे. अब इसे 250 रुपए बढ़ाकर 1500 रुपए किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार इस बार संभावना है कि 1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच लाडली बहनों के खाते में 27वीं किस्त ट्रांसफर हो सकती है. सीएम ने कहा कि दीपावली के बाद से लाड़ली बहनों को हर माह ₹1500 की राशि प्रदान की जाएगी. इसके साथ ही युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से फैक्ट्री में कार्य करने पर सरकार द्वारा ₹5000 की प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी.
रक्षाबंधन से पहले खाते में आएंगे कितने पैसे
9 अगस्त को पूरा देश रक्षाबंधन का त्योहार मनाने वाला है। मध्य प्रदेश सरकार के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि अगस्त में 1500 रुपये एक साथ नहीं आएंगे। 9 अगस्त से पहले एक कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के खाते में 250 रुपये का शगुन ट्रांसफर किए जा सकते हैं। फिर 10 तारीख के बाद लाडली बहना योजना की 27वीं किस्त के 1250 रुपये खाते में भेजे जाएंगे। एक साथ 1500 रुपये नहीं मिलेंगे। मतलब दो किस्तों में खाते में पैसा आएगा। पिछले महीने 12 जुलाई को ही खाते में लाडली बहना योजना की 26वीं किस्त का पैसा आएगा।
9 अगस्त से पहले 1500 क्यों नहीं
अगर आपके मन में भी सवाल है कि 9 अगस्त से पहले 1500 रुपये क्यों खाते में नहीं आएंगे तो हम आपको बता दें कि लाडली बहना योजना के लिए सरकार को हर महीने 1550 करोड़ रुपये की जरूरत होती है। इसके लिए राज्य सरकार केंद्र से मिलने वाले फंड का इस्तेमाल करती है। आमतौर पर यह पैसा 10 तारीख के बाद ही आता है, इसी वजह से लाडली बहना योजना की किस्त की तारीख 10 से आगे बढ़ा दी गई है।
कैसे चेक करें भुगतान की स्थिति
आपके खाते में पैसा आया या नहीं, इसे आप लाडली बहना योजना की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं। आपको ऑफिशियल पोर्टल पर जाना है। यहां 'आवेदन एवं भुगतान की स्थिति' पर क्लिक करना है। इसके बाद अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और कैप्चा कोड भरें। इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा, इसे enter करने के बाद ही आपको आपके खाते की स्थिति का पता चल जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने की थी तोहफे की शुरुआत
पूर्व सीएम और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की थी। ये योजना इतनी मशहूर हुई की देश के ज्यादातर राज्य इसे शुरू कर चुनावी दंगल में हाथ आजमाना चाहते हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाने वाली भाजपा की बंपर जीत का कारण इसी योजना को माना जाता है।
भाजपा की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ तब और बढ़ गया जब शिवराज सिंह ने ऐलान किया कि अब रक्षाबंधन साल में एक बार लाड़ली बहनों को 250 रुपए की अतिरिक्त राशि किस्त की राशि के साथ लाडली बहनों के खातों में जमा की जाएगी।
लाड़ली बहना योजना पर एक नजर
कहां से हुआ शुभारंभ
शुरुआत- 5 मार्च 2023, भोपाल से
उद्देश्य- महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना, परिवार में सम्मान दिलाना तथा पोषण सुधारना
पूर्व सीएम शिवराज की योजना को आगे बढ़ा रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मासिक आर्थिक सहायता
शुरुआत- 1000 रुपए
2023 अक्टूबर से – 1250 रुपए
अब घोषणा- दिवाली 2025 से बढ़ेंगे 250 रुपए, 1500 रुपए होगी हर माह की किस्त, वहीं 2028 तक खाते में 3000 रुपए जमा करने का वादा
रक्षाबंधन पर का तोहफा- जुलाई 2025 की किस्त के साथ 250 रुपए का शगुन (Rakshabandhan Bonus), पिछले साल भी मिला था तोहफा, इस तोहफे की शुरुआत भी शिवराज सिंह चौहान ने अपने शासनकाल में ही की थी।
लाड़ली बहना योजना की पात्र कौन?
उम्र- 21-60 साल
स्थिति- विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता
निवास- मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना अनिवार्य
आय सीमा- सालाना पारिवारिक आय 2.5 लाख से कम
परिवार में कोई आयकरदाता, सरकारी कर्मचारी या पेंशनर नहीं होना चाहिए।
परिवार के नाम पर पांच एकड़ जमीन से कम कृषि भूमि और निजी चार पहिया वाहन नहीं होना चाहिए।
महिला का खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
कब आती है लाड़ली बहना योजना की किस्त?
लाडली बहना योजना की किस्त हर महीने की 10-15 तारीख के बीच पात्र महिला के खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाती है।
कुल लाभार्थी महिलाएं, कितना है सरकार का बजट
वर्तमान में1.27 करोड़ से ज्यादा महिलाएं लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रही हैं। इसके लिए राज्य सरकार को 22,000 करोड़ रुपए सालाना खर्च करने पड़ते हैं।
लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन (फिलहाल बंद)
लाडली बहना योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया वर्तमान में बंद है। अगस्त 2023 के बाद से अब तक नए पंजीयन नहीं किए जा रहे हैं। पहले आवेदन MP Online, समग्र पोर्टल और ग्राम पंचायत/वार्ड कैंप के माध्यम से किए गए थे।
कांग्रेस को मिला भाजपा को घेरने का मौका
बता दें कि भाजपा की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना कांग्रेस के लिए ऐसा मोहरा बनी हुई है, जिसे लेकर एमपी की भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस कई बार मोर्चा खोल चुकी है। चाहे विधान सभा सत्र हों या फिर सामान्य दिन, अक्सर भाजपा को घेरने का मौका तलाश रही कांग्रेस बार-बार एक ही सवाल पूछती है कि आखिर लाडली बहना योजना के तहत प्रदेश की करोड़ों बहनों को सरकार कब तक 3000 रुपए देगी? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी हों या फिर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी कई बार भाजपा सरकार के वादे पर सवाल उठा चुके हैं। यही नहीं कई बार राजनीतिक गलियारों में ये खबरें भी सुर्खियों में रहीं कि लाडली बहना योजना बंद होने वाली है या जल्द ही बंद हो जाएगी।
जीतू पटवारी ने कसा था तंज, मोहन सरकार पर उठाए थे सवाल
जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि इस बार 10 तारीख को लाड़ली बहनों के खाते में पैसा नहीं आया, जबकि पहले बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर इस दिन का प्रचार किया जाता था। जीतू ने मोहन सरकार पर तंज करते हुए पूछा था कि क्या सरकार की नीयत बदल गई है या फिर बजट की हालत खराब हो गई है? बता दें कि हर महीने की 10 तारीख को लाडली बहना योजना की किस्त सीएम लाडली बहनों के खातों में ट्रांसफर करते थे। लेकिन अप्रैल माह में आने वाली लाडली बहना योजना की 23वीं किस्त की राशि 10 तारीख को लाडली बहनों के खातों में नहीं आई, तो कांग्रेस ने मौके का फायदा उठाया।
जीतू पटवारी ने विधानसभा में प्रस्तुत आंकड़ों पर मोहन सरकार को घेरा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने विधानसभा में सरकार की ओर से प्रस्तुत आंकड़ों का हवाला भी दिया। आंकड़े बताते हुए उन्होंने लिखा था कि, अब तक 15,748 महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु के बाद पोर्टल से हटाए जा चुके हैं। इसके अलावा, 60 वर्ष की उम्र पार कर चुकीं 3,19,991 महिलाओं के नाम भी इस योजना से काट दिए गए हैं।
भाजपा पर वादा निभाने में नाकाम रहने का आरोप भी लगाते हुए 3000 रुपए देने और आयु सीमा में बदलाव की मांग करते हुए इसे 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष औऱ अधिकतम आयु सीमा को 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष तय करने की मांग भी की थी।
सीएम ने दिया करारा जवाब
मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना बंद होने को लेकर और कांग्रेस के सरकार की वादा खिलाफी के आरोपों की खबर सुर्खियों में आई, तो भाजपा ने बड़ा बयान देकर विपक्ष का मुंह बंद कर दिया। सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया। पिछले दिनों मंडला में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा था कि, विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि लाडली बहना योजना बंद हो जाएगी। उन्होंने तीखा तंज करते हुए कहा था कि, ऐसी पार्टियां बंद हो जाएंगी, लेकिन ये योजना कभी बंद नहीं होगी।
हाल ही में की घोषणा, दीपावली के बाद मिलेंगे 1500 रुपए
वहीं हाल ही में सीएम मोहन यादव ने लाडली बहनों के खाते में आने वाली राशि बढ़ाने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस के हर दावे पर गहरी चोट करते हुए सीएम ने घोषणा की है कि, लाडली बहना योजना की 1.27 करोड़ से ज्यादा महिला लाभार्थियों को दीपावली के बाद 1500 रुपए की राशि लाडली बहना योजना की किस्त के रूप में दिए जाएंगे।