
कानपुर
जिले में भगवान श्रीजगन्नाथ जी की रथ यात्रा के दौरान आज शुक्रवार को नयागंज इलाके में बड़ा विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, रथयात्रा में स्पीकरों को लेकर पुलिस और आयोजकों के बीच कहासुनी के बाद मामला तब बिगड़ गया, जब पुलिस पर पनकी धाम मंदिर के महंत जितेन्द्र दास से अभद्रता का आरोप लगा। घटना से आक्रोशित श्रद्धालु और रथयात्रा समिति के सदस्य नयागंज चौराहे पर धरने पर बैठ गए और सड़क जाम कर दिया।
स्पीकर लगाने को लेकर बवाल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीपल वाली कोठी से निकल रही रथयात्रा में लगे लोडर वाहन पर कई स्पीकर लगे थे, जबकि प्रशासन ने पूर्व निर्धारित बैठक में केवल दो स्पीकर लगाने की अनुमति दी थी। इसी मुद्दे पर पुलिस और आयोजकों के बीच तीखी झड़प हो गई। आरोप है कि इस दौरान मौके पर मौजूद एक दरोगा ने महंत जितेन्द्र दास और महंत कृष्ण दास से गाली-गलौज की और अपमानजनक व्यवहार किया। इस अभद्रता से नाराज होकर रथयात्रा समिति के पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों ने चौराहे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। "जब तक दोषी दरोगा को सस्पेंड नहीं किया जाएगा, रथयात्रा आगे नहीं बढ़ेगी,"यह ऐलान पनकी धाम के महंत कृष्ण दास महाराज ने प्रशासन से वार्ता के बाद किया।
रथयात्रा हिंदुस्तान में नहीं निकलेगी तो क्या पाकिस्तान में निकालेंगे?
घटना की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय विधायक अमिताभ बाजपेई भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने अधिकारियों से बात की और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। समिति पदाधिकारियों का कहना है कि रथयात्रा एक परंपरा है जो वर्षों से निकल रही है और हर बार प्रशासन के साथ बैठक कर रूट व व्यवस्था तय की जाती है। “जब हिंदुस्तान में ही रथयात्रा नहीं निकलने देंगे, तो क्या पाकिस्तान में निकालेंगे?”—ऐसा कहते हुए उन्होंने गहरी नाराजगी जताई।
मामला शांत कराने में जुटे अधिकारी
वहीं पुलिस प्रशासन का कहना है कि नियमों के अनुसार ही कार्रवाई की गई है। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और उच्च अधिकारियों द्वारा स्थिति की निगरानी की जा रही है। फिलहाल, मामले शांत कराने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि रथयात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।