
नई दिल्ली
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में खेल और अपनी जिंदगी से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दिए हैं। इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या ट्रोल मुस्लिम क्रिकेटरों को सबसे ज्यादा टारगेट करते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसी बातों पर वह ध्यान ही नहीं देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही टिप्पणियां मिलती हैं। मीडिया बातचीत में शमी ने कहा, 'मैं इस तरह की ट्रोलिंग पर ध्यान ही नहीं देता। मुझे एक काम दिया गया है। मैं मशीन नहीं हूं। अगर मैं पूरे साल कड़ी मेहनत करता हूं तो कभी-कभी मैं नाकाम भी होऊंगा, कभी-कभी कामयाब भी। यह तो लोगों के ऊपर है कि उसे कैसे ले रहे हैं।'
शमी ने आगे कहा, ‘जब आप अपने देश के लिए खेल रहे होते हैं तब आप सब कुछ भूल जाते हैं। आपके लिए विकेट लेना और मैच जीतना ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। मैं वैसे मौकों पर सोशल मीडिया पर नहीं जाना चाहता। आपको पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों ही कॉमेंट्स मिलेंगे। जब आप खेल रहे हैं तो आपको ऐसी चीजों से बहुत दूरी बनाकर रहने की जरूरत है।’
शमी ने आगे कहा, 'हम सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। टोल्स को तो सिर्फ 2 लाइन टाइप करना होता है। सच्चा फैन कभी भी इस तरह की चीजें नहीं करेगा। अगर आपको कुछ आपत्तियां हैं तो उन्हें उठाइए- लेकिन सम्मानपूर्वक। अगर आपको लगता है कि आप मुझसे बेहतर कर सकते हैं तो प्लीज आइए और कोशिश कीजिए। यह तो हमेशा खुला हुआ है।'
मोहम्मद शमी एक चैंपियन गेंदबाज हैं। वह 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इसी तरह इस साल चैंपियंस ट्रॉफी में भी वह 9 विकेट के साथ संयुक्त रूप से भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उनके नाम वनडे और टेस्ट दोनों में ही 200 से ज्यादा विकेट दर्ज हैं। इतने शानदार रिकॉर्ड के बावजूद वह ट्रोल्स का निशाना बने थे। 2021 के टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के हाथों हार के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल्स ने उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया था। कुछ पोस्ट में उनके खिलाफ 'गद्दार' और 'देशविरोधी' जैसी निहायत ही शर्मनाक टिप्पणियां की गई थीं।