
जालंधर
विजिलेंस विभाग के डीएसपी अरमिंदर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा इसे लेकर कोई स्पष्ट जानकारी साझा नहीं की गई है। वहीं कहा जा रहा हैकि ड्यूटी में कोताही बरतने को लेकर यह कार्रवाई की गई है। डीएसपी अरमिंदर को अब अमृतसर की पीएपी 9वीं बटालियन में तैनात किया गया है। दूसरी ओर कहा यह भी जा रहा हैकि डीएसपी पर गाज गिरने का मामला विधायक रमन अरोड़ा के केस से जुड़ा हुआ है।
दरअसल, डीएसपी अरमिंदर सिंह वही अधिकारी हैं, जिन्होंने विधायक रमन अरोड़ा की बहु साक्षी अरोड़ा को सम्मन भेजा था। जिसके बाद अगले दिन ही डीएसपी पर गाज गिर गई। इस पूरे मामले में आज कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है। माना जा रहा है कि डीएसपी के सस्पेंशन और विजिलेंस जांच की दिशा को लेकर अदालत में कई नए सवाल उठ सकते हैं। आज की सुनवाई में कोर्ट के रुख पर सबकी निगाहें हैं।
डीएसपी अरमिंदर सिंह का अचानक हटना और जांच की रफ्तार पर ब्रेक लगना इस केस को और संवेदनशील बना रहा है। अब देखना यह होगा कि अदालत इस मामले में क्या रुख अपनाती है। विजिलेंस टीम ने जांच में पाया कि विधायक रमन अरोड़ा के साढ़ू राजन कपूर के बेटे हितेश कपूर और उनकी बहू साक्षी अरोड़ा की फर्म श्री श्याम टेक्सटाइल्स में करोड़ों रुपए के लेनदेन हुए हैं।
यह फर्म 2021 में शुरू हुई थी और तीन साल में इसका टर्नओवर 4.42 करोड़ से बढ़कर 7.39 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। फंड के स्रोत और बैंकिंग ट्रांजैक्शन की जांच के लिए ही साक्षी अरोड़ा को समन भेजा गया था। विजिलेंस को 2021 से 2025 के बीच मदान कार्ड्स, जगदंबे फैशन और श्री श्याम टेक्सटाइल्स जैसी कंपनियों में करोड़ों के ट्रांजैक्शन मिले हैं। विधायक की पत्नी के खाते में 15 लाख रुपये कारोबारी महेश कालड़ा द्वारा जमा कराए गए थे।