
हिसार
हरियाणा के हिसार में मूसलाधार बारिश और ड्रेन टूटने के कारण 20 से अधिक गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ चुके है। किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी है। ग्रामीणों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। वहीं गांवों में जलभराव की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने राहत व बचाव के कार्य शुरू कर दिए है। डीसी ने शुक्रवार को कई गावों का दौरा किया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खेतों और रिहायशी इलाकों से जल्द से जल्द जल निकासी की जाए। डीसी अनीश यादव ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्रेनों, पाइपलाइन या साइफन व्यवस्था तुरंत दुरुस्त रखा जाए ताकि जल निकासी में कोई दिक्कत ने हो।
डीसी ने बरवाला के मिजार्पुर, नारनौंद के गांव बास, बास अकबरपुर, पुट्ठी समैण समेत कई गांवों का दौरा किया। इसके अलावा हांसी के भी लगभग 15 गांवों में अधिक जलभराव हुआ है, इनमें चैन्नत, भाटला, मेंहदा और थुराना इत्यादी गांव प्रमुख हैं। इन गांवों में भी जल निकासी को लेकर डीसी ने आदेश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जल निकासी के कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को प्रतिदिन कार्य की प्रगति की रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजनी होगी। डीसी ने ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और उन्हें शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। ग्रामीणों और अधिकारियों के साथ बातचीत के उपरांत उन्होंने जल भराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए मध्यम और लंबी अवधि की योजनाएं तैयार कर मुख्यालय स्वीकृति के लिए भेजने की हिदायत दी।
इस दौरान डीसी ने जलभराव के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसलों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए पटवारियों और कानूनगो को निर्देश दिए हैं। संबंधित क्षेत्र के राजस्व अधिकारी जल्द ही प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन करेंगे, जिससे उचित मुआवजा प्रक्रिया शुरू की जा सके।