 
                चंडीगढ़ 
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से गुरुवार को ऐतिहासिक काली माता मंदिर के नवीनीकरण के लिए 75 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों की शुरुआत की गई. अरविंद केजरीवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रदेश सरकार का विशेष दायित्व बनता है कि वह अधिक जन महत्व वाले ऐसे प्रोजेक्टों को प्राथमिकता दे. उन्होंने अफसोस जताया कि पिछली प्रदेश सरकारों ने कभी भी जन महत्व वाले इन कार्यों को करने की इच्छा नहीं दिखाई.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि श्री काली माता मंदिर उत्तरी भारत के सबसे सम्मानित और ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है. उन्होंने कहा कि यह मंदिर पंजाब की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत और शाही संरक्षण का प्रमाण है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मंदिर परिसर में काली माता को समर्पित मुख्य मंदिर के साथ शक्ति के ब्रह्म स्वरूप श्री राज राजेश्वरी जी का प्राचीन मंदिर भी है.
वास्तुकला की दृष्टि से भी अनोखा
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि श्रद्धा के ये दोनों स्थल मंदिर परिसर को आध्यात्मिक रूप से अधिक महत्वपूर्ण और वास्तुकला की दृष्टि से अधिक अनोखा बनाते हैं, जहां सदियों पुरानी परंपराओं का आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ बेहद सुंदर मेल देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि मंदिर की महत्वता इस तथ्य से स्पष्ट होती है कि यहां लगभग 10,000 श्रद्धालु रोजाना, लगभग 40,000 हर शनिवार को आते हैं और नवरात्रि के त्योहार के दौरान यह संख्या लगभग एक लाख हो जाती है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने श्री काली माता मंदिर को नया रूप देने के लिए 73.52 करोड़ रुपए के कई प्रोजेक्ट शुरू किए हैं.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि मंदिर के सरोवर को भाखड़ा नहर से साफ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए काम चल रहा है और इस प्रोजेक्ट के लिए 1.15 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है. उन्होंने कहा कि इसी तरह मंदिर के मौजूदा सीवरेज सिस्टम और वर्षा जल निकासी ढांचे को 49.06 लाख रुपए की लागत से अपग्रेड किया जा रहा है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मंदिर परिसर के अंदर 25 लाख रुपए की लागत से आम आदमी क्लीनिक स्थापित किया जा रहा है, जो न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भी चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा.
मंदिर की आध्यात्मिकता और सुंदरता
वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आगे कहा कि मंदिर की आध्यात्मिकता और सुंदरता में वृद्धि करने के लिए प्रमुख तीर्थ स्थलों की तरह सरोवर के पास एक लाइट एंड साउंड शो करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर 6.78 करोड़ रुपए की लागत आएगी और इस संबंध में टेंडर जारी कर दिए गए हैं. भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि नई बनी इमारत में 15.11 लाख रुपए की लागत से एक लिफ्ट लगाई जा रही है.
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरोवर के पास नया रास्ता बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मंदिर की नई इमारत, गलियारा, चारदीवारी, प्रवेश द्वार और सरोवर संबंधी प्रोजेक्ट सामूहिक रूप से शुरू किए गए हैं. सिख और हिंदू परंपराओं के अनुसार आने वाले श्रद्धालुओं, विशेष रूप से दूर-दराज के या आर्थिक रूप से कमजोर श्रद्धालुओं के लिए भगवंत सिंह मान द्वारा रोजाना लंगर सेवा शुरू की जाएगी.
 
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों को पारंपरिक वास्तु कला के अनुसार पुनः डिजाइन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सप्ताह के अंतिम दिनों और नवरात्रि के दौरान, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आमद होती है, तब उनकी सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेड वाली लेन और साइन बोर्डों के साथ एक योजनाबद्ध कतार प्रबंधन प्रणाली शुरू की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए मंदिर के अंदर एक हॉल बनाया गया है और 300 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस आध्यात्मिक केंद्र को पंजाब के एक वास्तु कला के नमूने के रूप में विकसित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. बलवीर सिंह और आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे.

 
                     
                     
                    