
इंदौर
कांकरिया पाल (हातोद) में 29 वर्षीय धर्मेंद्र ने पत्नी पूजा की तलवार से गर्दन काट कर हत्या कर डाली। आरोपित पूजा का शव साड़ी में लपेट कर श्मशान ले गया और लकड़ी व कंडे जमा कर चिता भी सजा दी। सीलन के कारण आग नहीं जली और पुलिसकर्मी आ धमके। धर्मेंद्र को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। एसपी(ग्रामीण)हितिका वासल के मुताबिक धर्मेंद्र चंद्रीवाल ई-रिक्शा चलाता है। उसकी पत्नी पूजा का गांव में रहने वाले एक व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पूजा अक्सर उससे फोन पर बात करती रहती थी। कुछ दिनों पहले वह बगैर बताए चली गई थी। धर्मेंद्र ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। लौटने के बाद दोनों अच्छे से रह रहे थे।
गुरुवार को धर्मेंद्र शराब के नशे में घर पहुंचा और पूजा को फोन पर बात करते हुए देखा। धर्मेंद्र को देख कर पूजा ने मोबाइल छुपा लिया। दोनों में कहासुनी होने लगी। पूजा ने गुस्से में कहा कि मैं फोन पर बात करती हूं। इससे नाराज धर्मेंद्र ने तलवार से वार कर दिया। हमला पूजा की गर्दन पर हुआ और बेहोश हो गई। धर्मेंद्र ने पुन:गर्दन पर तलवार मार कर हत्या कर दी।
पोछा लगाकर सबूत मिटाए, पोटली बनाकर ले गया शव
धर्मेंद्र काफी देर तक शव के पास ही बैठा रहा। उस वक्त बच्चे घर से बाहर थे। बाद में उसने खून साफ किया और साड़ी व चादर में शव लपेट लिया। स्वयं के ई-रिक्शा में पोटली रखी और गांव से बाहर बने श्मशान घाट जा पहुंचा। धर्मेंद्र रिक्शा में कंडे और लकड़ियां लेकर आया था। उसने बाकायदा चिता बनाई और उस पर शव रख दिया। सीलन के कारण माचिस नहीं जली और आग लगने में देरी हो गई। वह दोबारा रिक्शा लेकर गया और पेट्रोल व माचिस लेकर आया। तभी गांव के चौकीदार सुरेश की नजर उस पर पड़ी। उसने अकेले धर्मेंद्र को श्मशान घाट पर देखा तो शक हुआ। पूछने पर धर्मेंद्र ने कहा मर गई थी। जलाने आया हूं। चौकीदार ने सरपंच सोहन पटेल को सूचना कर दी। थोड़ी देर बाद टीआई संगीता सोलंकी, एसआई मिथिलेश बाजपेई और एएसआई संजय यादव बल लेकर पहुंच गए। पुलिस ने धर्मेंद्र को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।