
नई दिल्ली
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी और सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी का पर्दाफाश अब कई बार हो चुका है, लेकिन आज तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि राहुल गांधी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ क्या समझौता किया था। उन्होंने कहा कि इसी समझौते के चलते भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा मात्र दस वर्षों में 25 गुना बढ़ गया। पीयूष गोयल ने कहा कि यह कल्पना कर पाना भी कठिन है कि किस हद तक कांग्रेस और यूपीए सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर किया। उन्होंने राहुल गांधी से मांग की कि वे इस विषय पर देश को जवाब दें।
उन्होंने राहुल गांधी पर विदेश में भारत की आलोचना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे ऑक्सफोर्ड जैसे मंचों पर भारत को बदनाम करते हैं, यही कारण है कि देश की जनता ने ऐसे नेताओं को लगातार खारिज किया है और तीसरी बार उन्हें सत्ता से बाहर रखा है। भारत की जनता और विशेषकर युवा वर्ग कभी भी ऐसे नेताओं को स्वीकार नहीं करेगा, जो देश की छवि को धूमिल करें।
उन्होंने कहा कि देश का हित और उसकी सुरक्षा सिर्फ पीएम मोदी के नेतृत्व में संभव है। तहव्वुर राणा को भारत लाना एक बड़ी कूटनीतिक सफलता है और यह दिखाता है कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ कितनी सख्त है। उन्होंने कांग्रेस पर 26/11 के हमलों के दौरान लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस के नेता पीड़ितों की चिंता करने के बजाय फिल्म की शूटिंग देखने और कपड़े बदलने में रुचि दिखा रहे थे।
गोयल ने विपक्ष, विशेषकर महाराष्ट्र के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे तुष्टिकरण की राजनीति की पराकाष्ठा पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने संजय राऊत और उद्धव ठाकरे जैसे नेताओं पर मुसलमानों की गोद में बैठने और आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग चुनावी लाभ के लिए आतंकवाद तक को धर्म से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता, खासकर महाराष्ट्र और मुंबई की जनता, कभी भी ऐसे नेताओं को माफ नहीं करेगी जो देश की सुरक्षा से समझौता करे।