
गुरदासपुर
रावी दरिया में आई बाढ़ के कारण दीनानगर क्षेत्र में आम लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वहीं, लोगों की मदद के लिए फील्ड में गए कई अधिकारियों और कर्मचारियों को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए फील्ड में गए दीनानगर के एसडीएम जसपिंदर सिंह आईएएस और डीएसपी राजिंदर सिंह मिन्हास भी अपनी टीमों के साथ बाढ़ के पानी से घिर गए और अधिकारियों को रावी दरिया के किनारे एक बाढ़ग्रस्त गांव के अंदर रात बितानी पड़ी।
जहां से सुबह होने पर दोनों अधिकारियों को उनकी टीम के साथ एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 अगस्त को जब पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिंदर गोयल दीनानगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे तो उनके साथ एसडीएम जसपिंदर सिंह और डीएसपी राजिंदर सिंह मिन्हास भी थे।
लेकिन जब कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल जायजा लेने के बाद वापस लौटे तो दोनों अधिकारी रावी दरिया के धुस्सी तटबंध पर स्थिति और बचाव प्रबंधों का जायजा लेने के लिए आगे बढ़ गए। जब दोनों अधिकारी धुस्सी बांध पर पहुंचे तो रावी दरिया का पानी अभी ज्यादा तेज नहीं था, लेकिन जब अधिकारी शाम करीब 5 बजे गांव झबकरा से दीनानगर लौटने लगे तो दीनानगर जाने वाले सभी रास्ते छह फीट तक पानी से भर गए थे।
जिसके बाद बाढ़ में घिरे दोनों अधिकारियों को रावी दरिया के किनारे स्थित गांव झबकरा में रात गुजारनी पड़ी और सुबह होने पर दोनों अधिकारियों को उनकी टीम के साथ एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू किया।