
तारन
पंजाब के तरनतारन जिले के कोट मोहम्मद खान गांव में उपजे विवाद ने बुधवार रात हिंसक रूप ले लिया। जिसमें गोइंदवाल साहिब थाने के सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) जसबीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के संबंध में आम आदमी पार्टी (आप) के मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ श्री गोइंदवाल साहिब थाने में हत्या और हमले का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह विवाद गांव के सरपंच कुलदीप सिंह के बेटे और गांव के ही अर्शदीप सिंह के बीच शुरू हुआ था। यह तनाव बुधवार को उस समय चरम पर पहुंच गया, जब दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। सुबह 11 बजे हुई एक झड़प के बाद विवाद सुलझाने के लिए शाम चार बजे का समय तय किया गया था, लेकिन सरपंच गुट ने गांव में हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्षी दलों ने सरपंच कुलदीप सिंह और उनके समर्थकों पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए पुलिस हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की। शिकायत के आधार पर श्री गोइंदवाल साहिब थाने से सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम, जिसमें एएसआई जसबीर सिंह और अन्य जवान शामिल थे, रात साढ़े आठ बजे गांव के लिए रवाना हुई। रात करीब 9:35 बजे जब पुलिस टीम कोट मोहम्मद खान पहुंची, तो दोनों पक्षों के बीच फिर से तीखी झड़प शुरू हो गई।
सब-इंस्पेक्टर की रिवॉल्वर छीनकर मारी गोली
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और सरपंच गुट को पीछे हटने के लिए कहा। इसी दौरान आरोपियों ने सब-इंस्पेक्टर की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली और उन पर तीन गोलियां चला दीं। गोली लगने से चरणजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इस हमले के दौरान एएसआई जसबीर सिंह पर भी हमला किया गया, जिसमें उनकी बांह टूट गई। घायल एएसआई को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
सुनियोजित तरीके से पुलिस टीम पर हमला
घटना की सूचना मिलते ही तरनतारन जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हमलावरों ने सुनियोजित तरीके से पुलिस टीम पर हमला किया। पुलिस ने सरपंच कुलदीप सिंह और अन्य संदिग्धों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
विपक्षी दलों ने पंजाब की आप सरकार पर साधा निशाना
विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर राज्य की आप सरकार पर निशाना साधा है। नेताओं का आरोप है कि सरपंच के खिलाफ पहले भी शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते यह घटना घटी। दूसरी ओर, स्थानीय पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना से इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने गांव में अतिरिक्त बल तैनात कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।