
भोपाल
प्रदेश में उत्पादित ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द भारत सरकार मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने 3.51 लाख टन मूंग और 1.23 लाख टन उड़द खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपार्जन को लेकर प्रदेश के कृषि मंत्री और अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की और पारदर्शिता के साथ खरीदी के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 22 लाख टन मूंग उत्पादन की संभावना है।
राज्य सरकार ने आठ लाख टन खरीदी का प्रस्ताव भेजा गया था। भारत सरकार ने ग्रीष्मकालीन मूंग के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 8,682 और उड़द के लिए 7,400 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। बाजार में इससे दो-ढ़ाई हजार रुपये प्रति क्विंटल कम रेट मिल रहे थे। किसान लगातार मांग कर रहे थे कि सरकार पहले की तरह समर्थन मूल्य पर उपार्जन करे। भारतीय किसान संघ ने प्रदेशभर में इसे लेकर ज्ञापन दिए।
कांग्रेस भी किसानों के समर्थन में खड़ी हुई। किसान हित को देखते हुए मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने का निर्णय करते हुए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था, जिसे स्वीकार किया गया। 19 जून से किसानों का पंजीयन भी प्रारंभ किया जा चुका है।
उधर, मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्रियों और अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में खरीदी से संबंधित कार्य योजना पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश में केवल उड़द का उपार्जन होगा। उन्होंने कहा कि मूंग और उड़द की खरीद के फैसले से केंद्र सरकार को बड़ा वित्तीय भार वहन करना पड़ेगा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसान हित में निर्णय लिया गया है।
किसानों से सीधे खरीदी से ही बिचौलियों की सक्रियता कम होगी और लाभ सही मायनों में किसान तक पहुंच पाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ वर्चुअल बैठक में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।