
इंदौर
मंगलवार को अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। वहीं न्यूनतम तापमान भी 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक था। पिछले 24 घंटों में दिन के तापमान में 1.2 डिग्री का उछाल देखा गया।
पश्चिम-उत्तर-पश्चिम से आई हवा ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर करीब 1.5 किमी की ऊंचाई पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसकी वजह से तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और गर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दो मई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इसका हल्का असर मध्य भारत में भी देखने को मिल सकता है। इससे कुछ जगह तेज हवा चलने और हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
उज्जैन में पिघलने लगा डामर
उज्जैन शहर में भी इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। हालात ये बन गए हैं कि अब सड़क का डामर तक पिघलने लगा है। लोग बहुत जरूरी होने पर ही दोपहर के समय घर से बाहर निकल रहे हैं। जो निकल रहे हैं वे अपनी आंख, त्वचा और सिर को तेज धूप से बचाने के जतन करते दिख रहे हैं।
जीवाजी वेधशाला के अनुसार, मंगलवार को दिन का पारा 43 डिग्री और रात का 27 पारा डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। ये सामान्य से तीन डिग्री अधिक और बीते तीन वर्ष में अप्रैल की रिपोर्ट के अनुसार सर्वाधिक है। तापमान बढ़ने का प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है।