छिंदवाड़ा
पांढुर्णा जिले के सिवनी गांव की वैष्णवी ने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में विज्ञान संकाय के विषयों में पूरे मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया था. जिसके चलते उन्हें बालिका विज्ञान पुरुस्कार मिलने जा रहा है. वैष्णवी का सपना है कि वह आईआईटी में जाकर पढ़ाई करें और एक सफल इंजीनियर बन सके. लेकिन गांव में ना तो पढ़ाई का स्तर इतना बेहतर था और ना ही आर्थिक स्थिति मजबूत. लेकिन अपने सपनों को पूरा करने के लिए वैष्णवी ने जी जान लगा दी थी. जिसके चलते अब प्रदेश स्तर पर वैष्णवी को सम्मानित किया जाएगा.
प्रदेश में किया टॉप, मिलेगा बालिका विज्ञान पुरस्कार
जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम ने बताया कि, ''वैष्णवी सरियाम ने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में विज्ञान संकाय के विषयों में पूरे मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल कर जिले का नाम गौरवान्वित किया है. इस उपलब्धि के लिए उन्हें जनजातीय कार्य विभाग द्वारा 'मेधावी छात्रा पुरस्कार योजना' के अंतर्गत 'बालिका विज्ञान पुरस्कार' से सम्मानित करते हुए, 50000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.''
10 जनजातीय बालिकाओं को दिया जाता है सम्मान
मध्य प्रदेश शासन के जनजातीय कार्य विभाग के द्वारा यह पुरस्कार उन 10 जनजातीय वर्ग की बालिकाओं को दिया जाता है. जिन्होंने विज्ञान संकाय के विषयों (भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान एवं गणित) में 90% से अधिक अंक प्राप्त किए हों और प्रदेश में सबसे ज्यादा अंक अर्जित किए हों. राज्य स्तरीय चयन समिति द्वारा मूल अंक सूची और जाति प्रमाण-पत्र जांच करने के बाद वैष्णवी को प्रथम स्थान के साथ पुरस्कार के लिए चुना गया है.
300 में से लिए 284 नंबर, अब जेईई मेन्स की तैयारी
वैष्णवी सरियाम के पिता विनोद सरियाम किसान हैं और माता गृहिणी होने के साथ सिलाई का काम करती हैं. सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद वैष्णवी ने अपनी लगन, मेहनत और आत्मविश्वास से यह मुकाम हासिल किया है. वैष्णवी ने 300 में से 284 अंक लेकर विज्ञान संकाय के विषयों में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. फिलहाल वह घर पर रहकर जेईई मेन्स की तैयारी कर रही हैं. इस उपलब्धि पर कलेक्टर हरेंद्र नारायन और सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग सतेन्द्र सिंह मरकाम ने उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.
