
गुना
गुना जिले के आरोन क्षेत्र के गेहूं खेड़ा गांव में बीते दिन एक शिक्षक की जमीनी विवाद पर की गई हत्या के बाद से ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी है। देर रात 9 बजे से 12 सिरोंज स्टेट हाईवे पर ग्रामीणों ने चक्का जाम किया था। पेड़ काटकर सड़क पर आने पटक लिए थे। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल और एसपी अंकित सोनी ने 10 दिन का समय मांगा और बमुश्किल चक्का जाम कर रहे लोगों को हटाया था। लेकिन रविवार सुबह जब शिक्षक का शव गांव पहुंचने वाला था, इसके पहले एक बार फिर ग्रामीण चक्का जाम कर सड़क पर बैठ गए। वह आरोपियों के घर बुलडोजर से गिराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
19 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
मामले में 19 नामजद आरोपितों व चार-पांच अन्य में से कुछ को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। ज्ञातव्य हो कि शिक्षक ब्रह्म दास अहिरवार गेहूं खेड़ा गांव में अपने बेटे सत्य भाई मुनेश सुनील और कर्मचारी सुरेश के साथ बीती दोपहर करीब 3:30 बजे अपने दूध के प्लाट पर बैठे हुए थे। इसी समय गांव के ही रघुवीर कोरी पूर्व सरपंच के साथ 20-25 लोग ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर आए और गाली गलौज और विवाद चलने के बाद हमला कर दिया।
लाठी फरसी लोहे की रोड चैन स्पाकेट से बनाए गए बके से हमला किया गया इसमें शिक्षक उनका बेटा भाई सुनील और कर्मचारी सुरेश घायल हो गए। चारों को गुना इलाज के लिए लाया गया रास्ते में शिक्षक की मौत हो गई। शिक्षक के भाई सुनील को भोपाल रेफर किया गया है। घटना के बाद से ही ग्रामीण आक्रोशित है। बीती शाम बड़ी संख्या में थाने का घेराव करने भी पहुंच गए थे। भीड़ की संख्या देखते हुए पुलिस को आसपास के थानों से व पुलिस लाइन से फोर्स बुलाना पड़ा है।
पूरा विवाद एक बीघा जमीन का
जानकारी के अनुसार शिक्षक ब्रह्मदास ने कुछ दिन पहले अपनी जमीन की माप कराई थी। इसमें आरोपित पक्ष रघुवीर जो उनका पड़ोसी खेत मालिक है उसकी जमीन से एक बीघा जमीन शिक्षक की निकली। शिक्षक ने इस पर जमीन की तार फेंसिंग कर दी। तब से ही विवाद चल रहा है मृतक शिक्षक के स्वजनों के अनुसार पुलिस को भी गंभीर विवाद होने की सूचना पहले ही दे दी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।