
अहमदाबाद
18 साल, यानी एक पीढ़ी का सफर, ना जाने कितने सपने, उम्मीदें और टूटते भरोसे… पर इस वक्त यही सपने, उम्मीदें और भरोसे 2 IPL टीमों पंजाब किंग्स (PBKS) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के साथ जुड़े हुए हैं. दोनों टीम ने कई बार खिताब जीतने की कोशिश की, कई बार जीत दरवाजे तक पहुंची, लेकिन हर बार कुछ ना कुछ ऐसा हुआ कि दोनों टीमों को मायूसी झेलनी पड़ी. अब एक बार फिर इतिहास खुद को दोहराने की दहलीज पर है. खास बात यह है कि मंगलवार (3 जून) को चाहे RCB जीते या PBKS दोनों ही टीमों के लिए यह पहला IPL खिताब होगा.
RCB की कप्तानी इस बार रजत पाटीदार संभाल रहे हैं, पंजाब की कमान इस बार श्रेयस अय्यर के हाथों में हैं. लेकिन अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले फाइनल में असली परीक्षा तो विराट कोहली की होगी, जो पहली बार इस खिताब को जीतने की कोशिश करेंगे.
विराट के लिए यह मुकाबला सिर्फ एक फाइनल नहीं है. यह उनके करियर की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा है. 2008 में उनकी कप्तानी में भारत अंडर 19 टीम का का खिताब जीता. फिर वो 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे. 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब भी जीते और 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीता, 2025 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती. इन सबके बीच 3 बार (2009, 2011, 2016) RCB की टीम ने आईपीएल का फाइनल भी खेला, लेकिन जीत नहीं सकी. यानी कुल मिलाकर IPL के मंच पर कोहली को सफलता नहीं मिली. वहीं पंजाब किंग्स आखिरी बार 2014 में टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंची थी.
इस बार शायद RCB की कहानी बदले, टीम की बैटिंग लाइन-अप में गहराई है, गेंदबाज फॉर्म में हैं और डगआउट में नई सोच और रणनीति है. लेकिन इन सबसे ऊपर है कोहली का अनुभव, मैदान पर उनकी मौजूदगी और बड़े मैचों में दबाव को मैनेज करने की कला.
RCB फैन्स को भी इस बात का अहसास है और उम्मीदें भी इसी वजह से विराट से सबसे जुड़ी हैं. सोशल मीडिया पर ट्रेंड चल रहे हैं, कई लोग चाहते हैं ‘किंग कोहली’ इस बार ट्रॉफी के साथ अपना इंतजार खत्म करें.
वहीं ऐसे भी फैन्स हैं, जो चाहते हैं कि श्रेयस भी कमाल करें. प्रशंसकों का मानना है BCCI ने उनको इंग्लैंड दौरे पर ना चुनकर गलती की है, ऐसे में श्रेयस को एक बार फिर खुद को साबित करने का मौका है. श्रेयस इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स को साल 2020 में और कोलकाता नाइट राइडर्स को 2024 में आईपीएल फाइनल में पहुंच चुके हैं. श्रेयस की कप्तानी में केकेआर ने पिछले साल खिताब भी जीता था. अब वह इस साल पंजाब की टीम के साथ चैम्पियन बनना चाहेंगे. श्रेयस को पंजाब ने मेगा ऑक्शन में 26.75 करोड़ रुपये में खरीदा था.
वहीं रजत पाटीदार की कप्तानी की भी एक तरह यह अग्निपरीक्षा होगी, अगर RCB यह ट्रॉफी जीत गई तो एक तरह से वो चीज कर जाएंगे, जिसका ये फ्रेंचाइजी पिछले कई सीजन से इंतजार कर रही है.
क्या ये 18 साल की तपस्या अब पूरी होगी? क्या विराट कोहली अपनी ट्रॉफी वाली किस्मत को बदल पाएंगे? जवाब तो फाइनल की शाम देगा, लेकिन एक बात तय है, ये मुकाबला सिर्फ एक टीम बनाम दूसरी टीम नहीं, बल्कि विराट बनाम तमाम उम्मीदों का भी है.
पंजाब और आरसीबी में हमेशा रही है तगड़ी फाइट
इस सीजन में हमें एक नया चैंपियन मिलेगा. दावेदार हैं पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, जिन्होंने 2008 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में अब तक कभी खिताब नहीं जीता है. आइए आज आपको बताते हैं कि आखिर दोनों टीमों का सफर कैसा रहा है और आंकड़ों में कौन भारी है…
जानें हेड-टू-हेड में किसका पलड़ा भारी
आईपीएल के 18 सालों में दोनों टीमों के बीच 36 मुकाबले हुए हैं, जिनमें जीत-हार का अनुपात 50-50 है. यानी दोनों ने 18-18 मैच जीते हैं. इन मैचों में आरसीबी का औसत स्कोर 160.17 रहा है, जबकि पंजाब किंग्स का औसत स्कोर 158 रहा है. विकेटों के मामले में भी दोनों लगभग बराबरी पर हैं. आरसीबी का औसत 5.83 विकेट प्रति मैच है, जबकि पंजाब का 5.89 विकेट.
इस सीजन जब दोनों टीमों में हुई भिड़ंत
इस सीजन में दोनों का सामना पहली बार 18 अप्रैल को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुआ, जहां बारिश के कारण 14 ओवर का मैच खेला गया और पंजाब ने पांच विकेट से जीत हासिल की. इसके दो दिन बाद 20 अप्रैल को आरसीबी ने पलटवार किया और पंजाब को सात विकेट से हराया.
दोनों टीमों को एक और मौका प्लेऑफ में मिला, जहां आरसीबी ने पंजाब को आठ विकेट से हराकर सीधे फाइनल में जगह बनाई. यानी इस सीजन में हेड-टू-हेड में आरसीबी ने पंजाब को दो बार हराया है.
प्लेऑफ का जानें रिकॉर्ड
बेंगलुरु इससे पहले नौ बार प्लेऑफ में पहुंच चुका है. इनमें से तीन बार टीम फाइनल में खेली, लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रही. पहली बार 2009 में डेक्कन चार्जर्स से हार मिली, फिर 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स से और 2016 में हैदराबाद से. दूसरी तरफ, पंजाब दो बार प्लेऑफ में पहुंचा है और सिर्फ एक बार 2014 में फाइनल खेला, जहां उसे कोलकाता नाइट राइडर्स से हार का सामना करना पड़ा.
कोहली बनाम अय्यर
विराट कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ शुरुआत से लेकर अब तक शानदार प्रदर्शन किया है. वह 2008 से आरसीबी का हिस्सा रहे हैं और 2013 से 2021 तक कप्तानी भी की. 2016 में उन्होंने टीम को फाइनल में पहुंचाया और उसी साल 973 रन बनाए, जो एक आईपीएल सीजन में सबसे ज्यादा रन हैं. कोहली आईपीएल में 8000 से ज्यादा रन बनाने वाले एकमात्र खिलाड़ी भी हैं.
इस साल कोहली शानदार फॉर्म में हैं और उनका स्ट्राइक रेट 146.54 है. उन्होंने इस साल आठ अर्धशतक बनाए हैं और 614 रन बनाकर ऑरेंज कैप की दौड़ में शीर्ष पांच खिलाड़ियों में शामिल हैं.